बरनाला के सफाई कर्मचारी की बेटी ने पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित 8वीं बोर्ड परीक्षा परिणाम में टॉप किया
सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली सफाई कर्मचारी की बेटी ने पूरे पंजाब में 12वां और बरनाला जिले में पहला स्थान हासिल किया है
छात्रा दिलप्रीत कौर गांव फरवाही के सरकारी सैकंडरी स्कूल में पढ़ती है और उसके पिता जगदेव सिंह उसी स्कूल में सफाईकर्मी का काम करते हैं
छात्रा की इस उपलब्धि से स्कूल और उसके परिवार में खुशी का माहौल है
छात्रा दिलप्रीत कौर व उसका परिवार इस उपलब्धि का श्रेय उसके स्कूल अध्यापकों को दे रहे हैं, जबकि छात्रा का सपना पायलट बनने का है और उसके पिता उसकी हर इच्छा पूरी करना चाहते हैं।
लड़की ने बताया कि वह रोजाना 10 घंटे पढ़ाई करती थी, जिसकी बदौलत उसे यह सफलता मिली
वहीं, स्कूल की प्रिंसिपल निदा अल्ताफ का कहना है कि सरकारी स्कूल निजी स्कूलों से कम नहीं हैं और सरकारी स्कूलों की शिक्षा बच्चों को मेरिट सूची में ला रही है।
उन्हें लड़की की इस उपलब्धि पर गर्व महसूस हुआ
वहीं, लड़की के पिता भावुक हो गए और कहा कि उनकी खुशी का ठिकाना नहीं है
छात्रा दिलप्रीत कौर और उसके पिता के अलग-अलग दृश्य, स्कूल की सफाई करते उसके पिता के दृश्य, सरकारी स्कूल के संरक्षण के दृश्य, छात्रा का मुंह मीठा कराते स्कूल स्टाफ और परिवार के दृश्य, छात्रा दिलप्रीत, उसके पिता जगदेव सिंह और स्कूल की प्रधानाचार्या निदा अल्ताफ के दृश्य।
इस अवसर पर छात्रा दिलप्रीत कौर ने बताया कि उसके पिता को स्कूल की मुख्य अध्यापिका ने फोन पर उसके 8वीं कक्षा के परिणाम की जानकारी दी, जिसके बाद उनके घर में खुशी का माहौल बन गया। इस परिणाम में वह पूरे पंजाब में 12वें तथा जिले में प्रथम स्थान पर आई है। वह इस उपलब्धि से बहुत खुश हैं। स्कूल के अध्यापकों ने उन्हें गले लगाकर और मीठे शब्दों में बधाई दी। उनकी यह उपलब्धि उनके स्कूल के शिक्षकों और माता-पिता की बदौलत है। वह इसी तरह अपनी मेहनत जारी रखेंगी। वह दिन में कई घंटे पढ़ाई करती थी। उन्होंने बताया कि उनके पिता मजदूरी करते हैं और स्कूल में सफाईकर्मी भी हैं। वह अपने माता-पिता को इससे भी बड़े पद पर देखना चाहती है। इसलिए वह मेहनत और पढ़ाई करके अपने माता-पिता के हर सपने को पूरा करना चाहती है। उन्होंने कहा कि वह भविष्य में भी इसी तरह मेरिट सूची में अपना नाम बरकरार रखेंगी। उन्होंने कहा कि वह पायलट बनना चाहती हैं और कड़ी मेहनत करके इस सपने को पूरा करेंगी।
इस अवसर पर दिलप्रीत कौर के पिता जगदेव सिंह ने कहा कि उनकी बेटी मेरिट सूची में आई है। वे इस बात से बहुत खुश हैं और अपनी बेटी पर गर्व महसूस कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह फरवाही गांव के एक स्कूल में सफाई कर्मचारी हैं और उनकी बेटी भी उसी स्कूल में पढ़ती है। जैसे ही लड़की को इस उपलब्धि के बारे में पता चला, वह खुशी से फूट-फूट कर रोने लगी। उन्होंने कहा कि स्कूल के अध्यापकों ने बहुत मेहनत की है और अच्छी पढ़ाई के कारण यह उपलब्धि हासिल हुई है। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी पायलट बनना चाहती है और वह इस लक्ष्य तक पहुंचने में उसकी हरसंभव मदद करेंगे।
इस अवसर पर स्कूल प्रिंसिपल निदा अल्ताफ ने बताया कि पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड का आठवीं कक्षा का परिणाम कल घोषित किया गया। इस परिणाम में उनके स्कूल की छात्रा दिलप्रीत कौर मेरिट सूची में आई है। दिलप्रीत ने पूरे पंजाब में 12वां तथा जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि इस छात्रा ने अपनी कड़ी मेहनत के बल पर यह उपलब्धि हासिल की है। जिसमें स्कूल के शिक्षकों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इस छात्र की उपलब्धि उनके लिए बहुत गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि डीईओ मैडम इंदु सिमक के कुशल मार्गदर्शन तथा स्कूल के मेहनती स्टाफ द्वारा प्रदान की गई उत्कृष्ट शिक्षा के कारण ही छात्रा मेरिट सूची में स्थान बनाने में सफल हो पाई है। उन्होंने बताया कि लड़की का पिता सफाई का काम करता है। इन परिस्थितियों के बावजूद भी लड़की ने अपनी मेहनत नहीं छोड़ी और यह मुकाम हासिल किया है। उन्होंने लड़की को उसके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं। उन्होंने कहा कि आज के सरकारी स्कूल निजी स्कूलों से कहीं बेहतर हैं। सरकारी स्कूलों में उच्च योग्यता वाले कर्मचारी हैं जो बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहे हैं और दिलप्रीत कौर इसका एक उदाहरण हैं।