ट्रम्प ने पनामा नहर को फिर से अपने कब्जे में लेने की धमकी दी
अमेरिकी नौसेना और वाणिज्य के प्रति 'अनुचित व्यवहार' पर प्रकाश डाला
ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में, अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पनामा नहर का नियंत्रण वापस लेने की धमकी दी है, उन्होंने पनामा पर जलमार्ग तक पहुँचने के लिए 'अत्यधिक कीमत' वसूल कर अमेरिका के जहाजों का शोषण करने का आरोप लगाया है। उल्लेखनीय है कि पनामा नहर, जो अटलांटिक और प्रशांत महासागरों के बीच एक महत्वपूर्ण शॉर्टकट मार्ग के रूप में कार्य करती है, का निर्माण 20वीं शताब्दी में संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा किया गया था।
अपने पोस्ट में ट्रंप ने पनामा पर अमेरिकी जहाजों को 'धोखा देने' का आरोप लगाया और कहा, "हमारी नौसेना और वाणिज्य के साथ बहुत ही अनुचित और अविवेकपूर्ण तरीके से व्यवहार किया गया है।" उन्होंने कहा कि लगाए गए दाम 'हास्यास्पद' हैं, खासकर तब जब संयुक्त राज्य अमेरिका ने पनामा को 'असाधारण उदारता' दी है।
संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए पनामा नहर वापस मांगते हुए ट्रम्प ने कहा, "यदि इस उदारतापूर्ण दान के नैतिक और कानूनी दोनों सिद्धांतों का पालन नहीं किया जाता है, तो हम मांग करेंगे कि पनामा नहर हमें पूरी तरह से और बिना किसी सवाल के वापस कर दी जाए।"
पनामा नहर का इतिहास
इसके अलावा, 1977 में एक संधि के तहत पनामा नहर का नियंत्रण संयुक्त राज्य अमेरिका से पनामा को हस्तांतरित कर दिया गया था। इस संधि के लिए पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर की प्रशंसा की जाती है, हालांकि, ट्रम्प इस कदम को "मूर्खतापूर्ण तरीके से इसे एक डॉलर के लिए दे देना" बताते हैं।
कनाडा पर ट्रम्प का दावा
इससे पहले ट्रंप ने यह भी दोहराया कि कनाडा का अमेरिका का 51वां राज्य बनना एक 'बहुत बढ़िया विचार' होगा। उन्होंने कहा कि कई कनाडाई चाहते हैं कि कनाडा अमेरिका का 51वां राज्य बने। यह बयान कनाडा में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच आया है, जिसके बाद इस सप्ताह की शुरुआत में देश की उप प्रधानमंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने इस्तीफा दे दिया था।
ट्रुथ सोशल पर ट्रम्प ने पोस्ट किया था, "कई कनाडाई चाहते हैं कि कनाडा 51वां राज्य बने।" इसे 'महान विचार' बताते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह "कनाडाई लोग करों और सैन्य सुरक्षा पर भारी बचत कर सकेंगे।"
ट्रम्प की टिप्पणियों पर कनाडा में मिली-जुली प्रतिक्रिया आई है, क्योंकि कुछ कनाडाई अधिकारियों ने टिप्पणियों को 'अपमानजनक' और 'मज़ाकिया नहीं' बताया है।