मंगलवार को सत्ता पक्ष और विपक्षी दल के बीच तीखी नोकझोंक के कारण राज्य सभा की कार्यवाही फिर स्थगित कर दी गई।
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने मंगलवार को कहा कि विपक्षी गुट 'भारत' से संबंधित सभी दलों ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है, जिसमें उन पर सदन की कार्यवाही "बेहद पक्षपातपूर्ण तरीके" से चलाने का आरोप लगाया गया है।
कांग्रेस महासचिव ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "भारतीय पार्टियों के लिए यह बहुत ही दर्दनाक फैसला रहा है, लेकिन संसदीय लोकतंत्र के हित में उन्हें यह कदम उठाना पड़ा है। प्रस्ताव अभी-अभी राज्यसभा के महासचिव को सौंपा गया है।"
जयराम रमेश ने एएनआई से कहा, "यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार नहीं चाहती कि दोनों सदनों में कामकाज हो। कल संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सभापति (राज्यसभा) और जेपी नड्डा के सामने कहा था - 'जब तक आप (विपक्ष) लोकसभा में अडानी का मुद्दा उठाते रहेंगे, हम (सरकार) राज्यसभा को काम नहीं करने देंगे।'"
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि प्रस्ताव को करीब 60 विपक्षी सांसदों के समर्थन के साथ हस्ताक्षर मिल चुके हैं - जिसमें कांग्रेस, आरजेडी, टीएमसी, सीपीआई, सीपीआई-एम, जेएमएम, आप और डीएमके शामिल हैं। उपराष्ट्रपति को हटाने के लिए प्रस्ताव लाने के लिए न्यूनतम आवश्यक संख्या 50 है।
स्थगन जारी
कांग्रेस के शीर्ष नेताओं और अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरर्स के बीच कथित संबंधों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक के कारण मंगलवार को राज्यसभा की कार्यवाही फिर स्थगित कर दी गई। एनडीए और इंडिया ब्लॉक ने एक-दूसरे पर सदन को चलने नहीं देने का आरोप लगाना जारी रखा।
कई विपक्षी सांसदों ने भारतीय अरबपति गौतम अडानी के खिलाफ आरोपों की जांच की मांग करते हुए संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन जारी रखा। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गौतम अडानी के कार्टून वाले “छेद” लेकर आए , जिन पर “मोदी अडानी भाई भाई” का नारा लिखा था।